Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मापी गई है। इस शक्तिशाली तीव्रता का पहला झटका तुर्की-सीरिया सीमा के पास गाजिएनटेप में कहमानमारश के करीब महसूस किया गया। यहां बड़े पैमाने पर जानमाल की क्षति होने की आशंका है।
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप का कहर सैकड़ों पर टूटा। तुर्की के आपदा और आपाताकालीन प्रबंधन एजेंसी ने जानकारी दी है कि 7.8 तीव्रता वाले भूकंप में कम से कम 76 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 440 लोग घायल हो गए हैं। इस लिहाज से तुर्की और सीरिया को मिलाकर मौत का कुल आंकड़ा 500 के पार पहुंच गया है। आशंका जताई जा रही है कि संख्या में और इजाफा भी हो सकता है।
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि भारत, तुर्की के साथ खड़ा है। साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया है। पीएम मोदी ने बेंगलुरु में कहा, 'इस समय तुर्की में आए भूकंप पर हम सभी की दृष्टि बनी हुई है। कई लोगों की मृत्यु और काफी नुकसान की खबरें हैं। तुर्की के आसपास के देशों में भी नुकसान की आशंका है। भारत भूकंप पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए तत्पर हैं।'
सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि सरकार के नियंत्रण वाले इलाकों में कम से कम 237 लोगों की मौत हो गई है। जानकारी दी गई कि अलेप्पो, लताकिया, हामा और टार्टस में 600 से ज्यादा लोग घायल हैं। तुर्की के अधिकारियों ने बताया है कि कम से कम 284 लोगों की मौत हो गई है।। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने आशंका जताई है कि तुर्की और सीरिया में मौत का आंकड़ा एक हजार के पार जा सकता है।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने जानकारी दी थी कि भूकंप प्रभावित इलाकों में तलाश और बचाव के लिए टीमें तत्काल भेज दी गई थीं। उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि हम इस आपदा से कम से कम नुकसान के साथ मिलकर जल्द से जल्द निकल आएंगे।' साल 1999 में उत्तर पश्चिम तुर्की में आए भूकंप मं 18 हजार लोगों की मौत हो गई थी।